Wheat news:-गेहूं की खेती में 65 दिन का नियम और किसानों के लिए सावधानियां

Wheat news भारत एक कृषि प्रधान देश है और गेहूं हमारी मुख्य फसलों में से एक है। गेहूं का उत्पादन सही तरीके से किया जाना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि अच्छी पैदावार प्राप्त की जा सके। इसलिए, किसानों को गेहूं की खेती के दौरान कुछ महत्वपूर्ण नियमों और सावधानियों का पालन करना चाहिए।

Wheat news
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एक महत्वपूर्ण नियम जिसे “65 दिन का नियम” कहा जाता है, वह है कि गेहूं की फसल को उगने के बाद पहले 65 दिनों तक किसी भी प्रकार के रसायन या कीटनाशक का छिड़काव नहीं किया जाना चाहिए। यह नियम गेहूं के स्वस्थ विकास को सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है।

Wheat news 65 दिन का नियम क्यों महत्वपूर्ण है?

गेहूं की बालियां जमीन में अंकुरित होने के बाद पहले 65 दिनों में अपनी जड़ों को मजबूत करती हैं और पौधे अपनी शुरुआती अवस्थाओं से गुजरते हैं। इस दौरान किसी भी रासायनिक या कीटनाशक का उपयोग पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है और उनके विकास पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।

पहले 65 दिनों में, Wheat news गेहूं के पौधे प्राकृतिक रूप से कीट और बीमारियों से लड़ने की क्षमता विकसित करते हैं। यदि इस अवधि के दौरान कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है, तो यह पौधों की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है और भविष्य में उन्हें अधिक संवेदनशील बना सकता है।

इसके अलावा, पहले 65 दिनों में कीटनाशकों का उपयोग मिट्टी और जलीय परिसंस्थितियों को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है।

किसानों के लिए सावधानियां:

Wheat news गेहूं की सफल खेती के लिए, किसानों को 65 दिन के नियम के अलावा कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातों पर भी ध्यान देना चाहिए।

बीज का चयन: गुणवत्तापूर्ण और प्रमाणित बीजों का उपयोग करें। इससे पौधों को मजबूत और रोगों से लड़ने की क्षमता मिलती है।
जमीन की तैयारी: जमीन को अच्छी तरह से जुताई और खाद डालनी चाहिए ताकि पौधों को पोषक तत्व मिल सकें।
सिंचाई प्रबंधन: Wheat news
गेहूं को उचित मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। कम या अधिक सिंचाई से फसल को नुकसान हो सकता है।
खरपतवार नियंत्रण: खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए निराई करनी चाहिए क्योंकि वे गेहूं के पौधों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं।
पोषक तत्व प्रबंधन: गेहूं के विभिन्न चरणों में उचित पोषक तत्वों की आपूर्ति करनी चाहिए। यह पौधों के विकास और पैदावार को बेहतर बनाता है
कीट और रोग प्रबंधन: 65 दिन के बाद, यदि आवश्यक हो तो उचित कीटनाशकों और कवकनाशकों का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन इनका अनुशंसित मात्रा और समय पर ही उपयोग करना चाहिए।Wheat news

कटाई और भंडारण: गेहूं की फसल को समय पर और सही तरीके से काटना और भंडारण करना महत्वपूर्ण है

गेहूं की खेती में 65 दिन का नियम बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह गेहूं के पौधों के स्वस्थ विकास को सुनिश्चित करता है और किसानों की मेहनत पर अनावश्यक नुकसान नहीं होने देता। इसके अलावा, उचित बीज चयन, जमीन की तैयारी, सिंचाई प्रबंधन, खरपतवार नियंत्रण, पोषक तत्व प्रबंधन, कीट और रोग प्रबंधन तथा सही समय पर कटाई और भंडारण भी गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए महत्वपूर्ण हैं। अगर किसान इन सभी बातों का ध्यान रखेंगे, तो वे गेहूं से अच्छी आमदनी कमा सकते हैं और भारत की खाद्य सुरक्षा को भी मजबूत कर सकते हैं।

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